Holi Sex Story :- Holi के इस पावन अवसर पर आपको Holi sex story पढ़ना चाहिए। इस काहानी मे मेने एक सच्ची घटना को लिखा है। आप सभी केलिए मेने इस काहानी को ऐसे सजाया है की यह आपके अंतर मन को शांत कर सकता है।
नमस्कार दोस्तों मेरा ना Tukai है आपने मेरे पिछले भाई बहन चुदाई काहानी को तो पढ़ा होगा। उसमे मेने बताया था की कैसे मेने अपनी सगी बहन की चुत चुदाई किआ था।
आजके इस Holi sex story मे मैं बताऊँगा एक मेरे जीवन की सच्ची काहानी जिसमे मेने अपनी बड़ी बहन की चुदाई किआ। जब Holi का नशा सर चढ़ता है तो वो सिर्फ मजा ही खोजता है।
काहानी बहुत अच्छा और Sex से भरा हुआ है इसलिए आपको इसे अंत तक पढ़ना है। और इस Holi मे आप जिसको भी चोदना चाहते हो उसे याद करना है।
बात उन दिनों की है जब मेरी बड़ी बहन छुट्टी पर घर आयी थी। मेरी बड़ी बहन की उम्र 21 साल है लेकिन वो दिखने मे 16 साल की लगती है। पतली है और नाटी भी मैं उसे चिढ़ाता रेहेता हूँ।
हलाकि वो मेरी बड़ी बहन है लेकिन हम दोनों बहुत लड़ाई करते हैँ और हम दोनों मे कोई बड़ा छोटा नहीं है। हरकतों से हम दोनों एक जैसे ही है मैं उसे जान-बुझ कर मारता रेहेता हूँ।
बहन का फिगर 26-24-30 है और दिखने मे गोरी Sexy है। जब वो जिन्स पहनती है तो मेरा लोडा खड़ा हो कर उसकी चुत मे घुसना चाहता है।
छोटी बहन को तो मेने कई बार चोदा है लेकिन मेरा मन अब बड़ी बहन केलिए भी होता है। भले ही हम कितना भी लड़ाई करें लेकिन रिश्ते मे वो मुझसे 1 साल बड़ी है।
यही कारण है की मैं उसे कुछ केहे नहीं पाता डर लगता है कहीं कुछ गड़बड़ ना कर दे। इसलिए मैं मौका मिलते ही उससे लड़ाई करता हूँ कभी कभी वो मुझे गाली देती है मैं भी उसे रंडी छिनाल जैसे गाली देता हूँ।
यह काहानी पीछे साल की Holi sex story है जब मेरा उम्र 20 साल था। उस समय मेरे दिमाग मे चुदाई करने का ख़याल बहुत ज्यादा था। जिसको भी देखता उसे पटाने का प्रयास करता और कई लड़की मुझसे पट भी जाती थी।
इहाँ तक की मेने अपनी छोटी बहन को भी चोदा है। अब बारी था मेरी बड़ी बहन की। वो इस साल Holi मे घर आई थी क्योंकि वो Job करती है इसलिए उसे बाहार रहना पड़ता है।
इस Holi मे जब वो घर आई तो उसने एक टाइट जीन्स और एक सफ़ेद रंग का T-shirt पहनी थी। उसकी छोटी छोटी चूचियां T-shirt के अंदर से बाहार झाँक रहे थे।
और पतली कमर मे टाइट जीन्स एकदम फिट लग रहा था। ऐसा लग रहा था की मनोनीत यह जीन्स मेरी बहन केलिए ही बनाया गया है। इतना सेक्सी और उत्तेजनाशील कपडे मेने कभी नहीं देखा था।
हलाकि यह साधारण कपडे ही थे लेकिन मेरे दिमाग़ का अन्तर्वासना और कामुख्ता इसे एक अलग दुनिआ की तरह दिखा रहा था। अब मेरे दिमाग मे मेरी बड़ी बहन को चोदने का भुत सवार था और मेने तय कर लिआ था की इस Holi मैं उसे चोद कर रहूंगा।
ज्यादा से ज्यादा क्या होगा थोड़ा चीलाएगी नहीं तो मुझे गाली देगी मेने छोटी बहन को चोदा है इसलिए मेरे अंदर हिम्मत आ गया है। इसलिए मेने प्लान बनाया।
मैं:- सुन ना काजल (बड़ी बहन का नाम)
काजल:- बोल क्या है
मैं:- Holi मे क्या करना है कोई प्लान है क्या?
काजल:- नहीं क्या करना है Holi खेलेंगे और क्या।
मैं:- भाँग बनाएंगे नशा वाला तू पिएगी क्या?
काजल:- नहीं नहीं मैं माँ को बता दूँगी।
मैं:- Holi मे सब पीते है जा बोल दे जा जा.
काजल:- ठीक है लेकिन नशा नहीं होगा।
मैं:- अरे थोड़ा दारू डाल देंगे किसीको पता नहीं चलेगा, खेलने मे मजा आ जाएगा बोल पिएगी?
काजल:- नहीं नशे मे कुछ हो गया तो।
मैं:- क्या होगा उल्टा मजा आएगा बोल पिएगी किसीको बताना नहीं लेकिन।
काजल:- रुक मैं माँ को बोलती हूँ।
मैं:- हाँ जा बोल दे मैं बोल दूंगा तू झूठ बोल रही है कोई प्रूफ थोड़ी है मेने काहा है।
काजल:- चुतियापा बहुत हो गया नहीं खेलना मुझे।
मैं:- मैं तो तेरे लिए बोल रहा था तेरा मन नहीं है तो मत कर जाने दे…
काजल:- अरे नहीं नहीं रुक ना अभी तेरे पास दारू है क्या?
मैं:- नहीं बोलो तो लेके आऊं तेरे लिए?
काजल:- लेकिन किसीको बोलेगा नहीं ना Promise कर
मैं:- नहीं बोलूंगा लेकिन मेरे साथ पीना होगा।
काजल:- ठीक है लेकिन है क्या तेरे पास अभी?
मैं:- नहीं अभी नहीं है लेके आता हूँ बोल पिएगी क्या अभी?
काजल:- हाँ लेके आ।
मैं काजल की इस बात से बहुत खुश था क्योंकि पहेली बार मेरी बहन ने मुझे दारु लाने केलये बोला था। और यह फीलिंग कुछ अलग ही था। इसलिए मेने और समय बर्बाद नहीं किआ फटाफट Wine shop मे गया और दारू लेके आया।
उसके बाद मैं दारु लेकर अपने कमरे मे गया और काजल को कमरे मे बुलाया। काजल छुपते हुए आई और हम दोनों दारु पिने लगे। काजल बहुत डर रही थी कहीं कोई देख ना ले।
लेकिन Holi का माहौल था और सब लोग खुद मे ही व्यस्त थे इसलिए काजल को किसीने ढूँढा नहीं।
काजल:- सच बोल किसीको बोलेगा नहीं ना
मैं:- अरे नहीं दीदी बिंदास पी ना यह तो नार्मल बात है।
काजल:- अच्छा भाई है तू डाल डाल पैक बना।
मैं:- कल Holi मे पिएगी ना भाँग?
काजल:- हाँ बना देना किसीको बताना नहीं।
मैं:- नहीं नहीं किसीको पता ही नहीं चलेगा।
काजल:- ठीक है थोड़ा दारु रखना बाद मे पिएंगे।
मैं:- छुपी रुस्तम है तू तो चुप चुप के दारु पीती है।
काजल:- तू भी तो छुपा कर पी रहा है।
मैं:- हाँ तो मैं लड़का हूँ पी सकता हूँ।
काजल:- तो लड़की नहीं पी सकती क्या?
ऐसे ही हम दोनों बात करते रहे और दारु पुते रहे। दोनों को नशा चढ़ गया था और दोनों दोस्त बन गए थे। इधर उधर की बातें कर रहे थे और कभी कभी सेक्सी बातें भी कर रहे थे।
फिर माँ ने खाना खाने केलिए बुलाया और हम दोनों खुद को संभालते हुए कमरे से बाहार आये। अब बाटी थी अगले दिन की यानि Holi मे रंग खेलने की और मेरा कोशिश था बहन को चोदने की।
अगले दिन था Holi का माहौल सब लोग अपने मे ही मगन थे चारो तरफ गाना बज रहा था और बच्चे सुभे से ही Holi खेलने लग गए थे।
मैं भी इस माहौल मे खुद को ढाल लिआ था और इस Holi के दिन मेरा कोसिस था नशे मे अपनी बहन को चुदाई का मजा देना. और इसीलिए मैं सुभे ही Wine shop गया और दारु लेकर आया, भाँग का पत्ता भी खरीद लिआ और बाकी जरुरी सामान भी ले आया।
फिर मेने काजल को बुलाया और उसे भाँग बनाने केलिए मदत करने को काहा। काजल भी आ गयी उसे पता था हम लोग दारु भी पिने वाले हैँ।
थोड़ी देर बाद भाँग बन कर तैयार हो गया और Holi खेलते हुए Holi sex story का आरम्भ होने वाला था। फिर घर के सभी लोगों को हमने भाँग दिआ।
धीरे धीरे करके सब लोग नशे के दुनिआ मे जा रहे थे और रंग खेल रहे थे। बहन (काजल) बोली मैं कपड़ा बदल कर आती हूँ। और थोड़ी देर बाद वो सफ़ेद रंग का ड्रेस पेहेन कर आ गयी।
और इस सफ़ेद रंग के ड्रेस मे काजल ऐसी लग रही थी जैसी कोई परी हो। और पतली कमर मे सफ़ेद पेजामा देख कर तो मेरा लोडा ऐसे खड़ा हुआ की मन किआ अभी पटक कर चोद दूँ।
मेने खुद पर काबू रखा और काजल को भाँग दिआ और मेने भी उसके साथ पिया। फिर मेने उसको रंग लगाया और उसने भी मुझे हम दोनों एक दूसरे को जबरदस्ती रंग लगा रहे थे। और मेरा हाथ उसकी चूची को भी दबा रहा था।
जोश मे हम दोनों को होश नहीं था और मेने काजल के ड्रेस के अंदर हाथ घुसा कर रंग लगा दिआ। काजल कुछ नहीं बोली क्योंकि Holi था। फिर मेने काजल को काहा दारु पीनी हो तो छत पर चल।
काजल:- छत पर नहीं बहुत गर्मी है तेरे कमरे मे चलते हैँ।
मैं:- ठीक है मैं जा रहा हूँ तू आ जाना थोड़ी देर मे।
मैं दारु लेकर कमरे मे चला गया और सब लोग Holi खेल रहे थे। सबको नशा हो गया था इसलिए कौन काहाँ है किसीको पता नहीं था किसीको होश नहीं था।
थोड़ी देर बाद काजल मेरे कमरे मे आयी मेने उसे दरवाजा बंद करने बोला तो उसने बंद कर दिआ।
काजल:- कोई सक करेगा तो!
मैं:- सब तो नशे मे धुत हैँ कोई नहीं आएगा आजा।
काजल:- अच्छा है फिर चल पैक बना।
मैं:- तुझे नशा हुआ है क्या?
काजल:- हल्का सा सर घूम रहा है बस
मैं:- फिर तो दारु पिएगी तो बेहोस हो जाएगी दीदी।
काजल:- अबे चल बना ना मुझे कम समझा है क्या।
मैं:- ठीक है ले पी मुझे क्या। सिगरेट पिएगी क्या?
काजल:- है तो दे ना
मैं:- साली सब चुप चुप के नहीं शैतान है तो तू बड़ी।
काजल:- अभी तूने देखा ही क्या है।
मैं:- देखना तो चाहता हूँ.
काजल:- क्या ठीक से बोल।
मैं:- कुछ नहीं
हम दोनों ऐसे ही बातें कर रहे थे और धीरे धीरे दारु पि रहे थे, काजल जोर जोर से हंस रही थी और हम लोग बात चित को Sex के तरफ घुमा दी थे. अब हम लोग Sex चुदाई के बारे में बात कर रहे थे और इसमें मुझे बड़ा मजा आ रहा था. काजल भी मेरे हर सवाल का जबाब दे रही थी और खुद से ही कुछ बात कहे रही थी.
मैं:- यार दीदी तू बड़ी सुन्दर और सेक्सी है.
काजल:- तुझे अब पता चला क्या ऑफिस में सब मरते हैं मुझपे.
मैं:- हाँ वो तो दिख रहा है मैं भी घयेल हूँ.
काजल:- चुप चूतिए अपनी बहन के बारे में ऐसा बोल रहा है.
मैं:- अरे आज Holi है आज सब दोस्त हैं.
काजल:- हाँ वो भी है मजा आ गया आज तो.
मैं:- सुन ना थोडा मस्ती करते हैं ना यार.
काजल:- केसी मस्ती तेरा इरादा मुझे सही नही लग रहा है.
मैं:- यार कुछ अलग करने का मन कर रहहि और तू ऊपर से ऐसी सेक्सी है की क्या बताओं.
काजल:- करना क्या चाहता है साफ़ साफ़ बोल.
मैं:- थोडा पास आ ना हम दोनों एक दुसरे को मजा देते हैं ना.
काजल:- तू पागल तो नही है किसीको पता चल गया ना गजब हो जायेगा.
मैं:- आज कोई किसीको बोलेगा ही नही सब तो नशे में हैं.
काजल:- फिर भी तू भाई है मेरा समझा.
मैं;- तो क्या हुआ मैं तो बस एक दुसरे की मदत करने बोल रहा था.
काजल:- केसा मदत साफ़ साफ़ बोल ना.
मैं:- सुन तू मेरा हिला दे मैं तेरी कर दूंगा हाथ से बस और कुछ नही.
काजल:- और कुछ नही बस इतने में ही खुश?
मैं:- हाँ तू हाँ तो कर किसीको पता नही चलेगा.
काजल:- और अगर किसीको पता चला तो….
मैं:- अरे किसको पता चलेगा कल तो मैं भूल भी जाऊंगा अभी तो नशे में यह इच्छा हुआ है.
काजल:- हाँ मतलब कल तू भूल जायेगा???
मैं:- सच बता तुझे कुछ करने का मन नही कर रहा क्या सच बताना…
काजल:- मन तो बहुत है लेकिन कोई नही है ना मेरे पास.
मैं:- अरे मैं हूँ ना तू हाँ तो कर.
काजल:- ठीक है क्या करना है बता.
मैं:- अपना ड्रेस उतार ना पकड़ने दे.
काजल अपनी ड्रेस उतार दी और अन्दर सफ़ेद ब्रा में क्या कयामात लग रही थी यार. मेरे लंड से तो थोडा थोडा पानी निकलने लगा था. मेने झट से अपनी बहन की चूची को पकड़ा और उसे दबाने लग गया. काजल स्स्स्स धरे कर पागल ऐसे बोल रही थी.
मेने कहा दीदी क्या चूची है तेरी यार आज तुझे बहुत ख़ुशी दूंगा तू मेरा लंड पकड़ ले और हिला दे. काजल मेरा पजामा उतारी और मेरे लोडे को पकड़ कर हिलाने लगी.
काजल:- तेरा तो बहुत बड़ा है रे स्स्स्स.
मैं:- दीदी बस बड़ा ही है कोई मिला नही है आज तक इसकेलिए.
दीदी:- आःह्ह साले धीरे कर ना चुतए.
मैं:- दीदी अपनी चूत दिखा ना.
दीदी:- साले तू अपनी बहन की चूत देखेगा साले.
मैं:- हाँ दीदी किसीका देखा नही हूँ दिखा ना.
दीदी:- यार तू मुझे पागल कर देगा यह ले देख ले.
मैं:- वाह दीदी तेरी चूत में पानी निकल रहा है कितना बाल है.
काजल दीदी:- सबकी होती है बाल साले पानी नही निकलेगा क्या तू मुझे हॉट कर रहा है.
मैं:- मेरा लोडा चूस देगी थोडा मैं तेरी चूत चाट दूंगा.
दीदी:- ठीक है सब देख ही लिया है तो अब क्या आजा चाट मेरी चूत.


